आज प्रस्तुत है हास्य के हिमालय स्व० शैल चतुर्वेदी की
एक लोकप्रिय हास्य कविता
नये -नये मन्त्री ने कहा- आज कार हम चलाएंगे
ड्राइवर बोला - हम उतर जायेंगे
हुज़ूर ! चला कर तो देखिये........
आपकी आत्मा हिल जाएगी
ये कार है, सरकार नहीं,
जो भगवान के भरोसे चल जायेगी
रचयिता : शैल चतुर्वेदी
प्रस्तुति : अलबेला खत्री
3 comments:
वीरेंद्र सिंह said...
Bahut hi achhi hasay prastuti....
Badhaai..
Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...
शैल जी अपनी शैली के अग्रणी कवि रहे हैं. उनकी रचना वांचने के लिए आभार.
Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...
सही है :)
हैल जी की इस हास्य रचना को पढवाने के लिए आभार.....