"गुर ज़िन्दगी के सीखे खिलती हुई कली सेलब पर है मुस्कुराहट दिल खून रो रहा है"बहुत सुन्दर!
बहुत खूब धन्यवाद्
2 comments:
Unknown said...
"गुर ज़िन्दगी के सीखे खिलती हुई कली से
लब पर है मुस्कुराहट दिल खून रो रहा है"
बहुत सुन्दर!
निर्मला कपिला said...
बहुत खूब धन्यवाद्