सुप्रसिद्ध कवयित्री एवं मधुर, सुरीली, कोकिल कंठी साहित्यकार
डॉ सीता सागर का अपना एक ख़ास अन्दाज़ है ।
अहमदाबाद में उनके साथ हास्य पिटारा किया तो
मुझे ये रचना बहुत पसन्द आई.....
आप भी आनन्द लीजिये...
- अलबेला खत्री
डॉ सीता सागर का अपना एक ख़ास अन्दाज़ है ।
अहमदाबाद में उनके साथ हास्य पिटारा किया तो
मुझे ये रचना बहुत पसन्द आई.....
आप भी आनन्द लीजिये...
- अलबेला खत्री
3 comments:
Udan Tashtari said...
आनन्द आया सीता जी क सुनकर.
Urmi said...
डॉक्टर सीता सागर जी के साथ परिचय करवाने के लिए धन्यवाद ! बहुत बढ़िया लगा और खुशी हुई उनकी आवाज़ सुनकर!
शरद कोकास said...
जहाँ सागर लगा हो तो शायर तो अपने आप हो जाता है